पैगंबर मुह़म्मद (सल्लल्ललाहु अलैहि व सल्लम) ने अपनी जनता को अंधेरे, जहालत, पीछे रहने, अन्याय, और अत्याचार से निकाला और उसे प्रकाश, ज्ञान और तरक्की़ की ओर ले गए, उन्होंने सभ्यता के ऐसे मूल और नियम निर्माण किया जिन्होंने आत्मा और शरीर की जरूरतों को संतुलित किया और उनके अनुयायियों को दशकों तक दुनिया का नेतृत्व करने में मदद मिली जब वे इन मूलों और नियमों को मज़बूती से पकड़े रहे। लेकिन इस समय उनके अनुयायि जो ज्ञान और सभ्यता में पीछे हैं तो उसका कारण अमेरिकी और यूरोपीय उपनिवेशवाद है जिसने इस्लामी दुनिया में अपने कर्मचारियों को फैला दिया है और सभी कामों की बागडोर उनके के नियंत्रण में कर दी है ताकि वे पैगंबर मुह़म्मद (सल्लल्ललाहु अलैहि व सल्लम )की सभ्यता के मूल सिद्धांतों के आधार पर बनी हुई हर साहित्यिक ज्ञानी आंदोलन को बाधित और अवरुद्ध करें।