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Muhammad Bakr Ismail
जब तुम जन्नत के बागों से गुज़रा करो तो चर लिया करो...
जब तुम जन्नत के बागों से गुज़रा करो तो चर लिया करो (या पेट भर लिया करो।)।
12/07/2020745 -
Muhammad Bakr Ismail
अपने भाई की मदद करो वह ज़ालिम या मज़लूम।
अपने भाई की मदद करो वह ज़ालिम या मज़लूम।
12/07/2020773 -
Muhammad Bakr Ismail
तुम कभी दो आदमियों पर अमीर ना बनना और ना यतीम के म...
तुम कभी दो आदमियों पर अमीर ना बनना और ना यतीम के माल के मुतवल्ली (देखभाल करने वाला या निगरानी करने लाना) बन्ना।
12/07/2020606 -
Muhammad Bakr Ismail
एक दूसरे से मुसाफा करो (यानी हाथ मिलाओ) नफरत दूर ह...
एक दूसरे से मुसाफा करो (यानी हाथ मिलाओ) नफरत दूर होगी।
11/07/2020649 -
Muhammad Bakr Ismail
जिसे पसंद हो कि उसकी रोजी़ में ज़्यादती हो और उसकी...
जिसे पसंद हो कि उसकी रोजी़ में ज़्यादती हो और उसकी उम्र बढ़ा दी जाए तो वह रिश्तेदारी निभाए।
11/07/2020667 -
Muhammad Bakr Ismail
तुममें से कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को गुलामों की तरह...
तुममें से कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को गुलामों की तरह कोड़ों से न मारे
11/07/2020776 -
Muhammad Bakr Ismail
कोई मोमिन पुरुष किसी मोमिना महिला से नफरत ना करे।
कोई मोमिन पुरुष किसी मोमिना महिला से नफरत ना करे।
11/07/2020791 -
Muhammad Bakr Ismail
महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार करो।
महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार करो।
11/07/2020735 -
Muhammad Bakr Ismail
अपनी खेती में जैसे मर्जी करे आओ।
अपनी खेती में जैसे मर्जी करे आओ।
11/07/2020565 -
Muhammad Bakr Ismail
तुम्हारे पास जब कोई ऐसा व्यक्ति (विवाह का संदेश ले...
तुम्हारे पास जब कोई ऐसा व्यक्ति (विवाह का संदेश लेकर) आए जिसकी धार्मिकता और अखलाक से तुम संतुष्ट हो तो उससे विवाह कर दो।
11/07/2020599 -
Muhammad Bakr Ismail
केवल अल्लाह की कसम खाया करो और अल्लाह की कसम उसी स...
केवल अल्लाह की कसम खाया करो और अल्लाह की कसम उसी सूरत में खाओ जब तुम सच्चे हो।
09/07/2020570 -
Muhammad Bakr Ismail
बल्कि काम करो और भरोसा करके बैठ मत जाओ।
बल्कि काम करो और भरोसा करके बैठ मत जाओ।
09/07/2020524 -
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Muhammad Bakr Ismail
अल्लाह से डरो। और अपनी औलाद के दरमियान इंसाफ करो।
अल्लाह से डरो। और अपनी औलाद के दरमियान इंसाफ करो।
09/07/2020704 -
Muhammad Bakr Ismail
जब शर्म ही न हो तो जो फिर जो चाहो करो।
जब शर्म ही न हो तो जो फिर जो चाहो करो।
09/07/2020642 -
Muhammad Bakr Ismail
इस लिए ज्ञान प्राप्त न करो कि इसकी वजह से तुम उ़लम...
इस लिए ज्ञान प्राप्त न करो कि इसकी वजह से तुम उ़लमा (विद्वानों) पर गर्व करो।
09/07/2020562 -
Muhammad Bakr Ismail
सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है।
ह़ज़रत अबू हुरैरा रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "सफर अ़ज़ाब का एक टुकड़ा है। आदमी को खाने-...
09/07/2020735 -
Muhammad Bakr Ismail
सफर करो ताकि फायदा हासिल कर सको।
सफर करो ताकि फायदा हासिल कर सको।
09/07/2020562 -
Muhammad Bakr Ismail
अगर नमाज़ की तकबीर हो जाए तो उसकी तरफ दोड़ कर मत आ...
अगर नमाज़ की तकबीर हो जाए तो उसकी तरफ दोड़ कर मत आओ।
09/07/2020651 -
Muhammad Bakr Ismail
मिस्वाक किया करो। क्योंकि मिस्वाक मुंह को साफ़ करत...
मिस्वाक किया करो। क्योंकि मिस्वाक मुंह को साफ़ करती है और अल्लाह को खुश करती है।
08/07/2020491 -
Muhammad Bakr Ismail
मैं अल्लाह और उसकी क़ुदरत की पनाह मांगता हूँ उस ची...
मैं अल्लाह और उसकी क़ुदरत की पनाह मांगता हूँ उस चीज़ की बुराई से जिसे मैं महसूस कर रहा हूँ और जिसका मुझे खतरा है।
08/07/2020643